ऋषिकेश। बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से लोग परेशान हैं। लोगों का कहना है कि कई दिनों से हुए जलभराव से घरों की नींव अब कभी भी जवाब दे सकती है। पानी नहीं निकलने से अब हर वक्त डर लग रहा है। बुधवार को लोग डीएम के पहुंचने पर बोले, मैडम प्लीज आप किसी भी तरह से पानी की निकासी का फौरी इंतजाम करा दीजिए। अभी निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था हो जाए, स्थायी व्यवस्था बाद में देख लिजिएगा।
बुधवार दोपहर शहर और आसपास के इलाकों में जलभराव से प्रभावित लोगों का हाल जानने पहुंचीं डीएम सोनिका को निरीक्षण में यह सब सुनने को मिला। उन्होंने सबसे पहले गंगानगर में जलभराव की स्थिति देखी। कई दिनों से आबादी में जमा पानी को देखकर वह भी हैरान नजर आई। नगर निगम के अधिकारियों से पूछा कि, अभी तक पानी की निकासी क्यों नहीं हुई। अत्याधिक बारिश की दलील देते हुए निगम के अधिकारियों ने पंप से निकासी के अस्थायी इंतजाम की बात कही। यहां से निकलकर डीएम शिवाजीनगर और फिर निर्मल ब्लॉक व आमबाग क्षेत्र में पहुंची। कई स्थानों पर उन्हें आबादी में कमर तक पानी भरा नजर आया। डीएम के पहुंचने की सूचना पर पहले से ही प्रभावित परिवार सड़क पर खड़े दिखे। उन्होंने डीएम को बरसात में लगातार जलभराव के हालातों से रूबरू कराया। बरसाती पानी की निकासी के लिए फौरन इंतजाम करने की गुहार लगाई। बोले, इसमें देरी हुई, तो कई भवन जमींदोज हो जाएंगे। डीएम ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम समेत संबंधित अधिकारियों को बरसाती पानी की निकासी के इंतजाम अतिशीघ्र कराने के सख्त निर्देश दिए। दो टूक कहा कि, लापरवाही बरती गई, तो जिम्मेदार अधिकारी कड़ी कार्रवाई झेलने को तैयार रहे।
निरीक्षण में एसडीएम योगेश सिंह मेहरा, नगर आयुक्त राहुल गोयल, पीडब्ल्यूडी के एई संजय चौहान, सिंचाई विभाग के एसडीओ अनुभव नौटियाल, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत आदि शामिल रहे।