खम्मम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और एआईएमआईएम के साथ किसी भी तरह के समझौते की संभावना से इनकार किया और आरोप लगाया कि बीआरएस का कांग्रस के साथ गुप्त समझौता है। शाह ने यहां एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए ‘परिवार शासन’ को लेकर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना की और विश्वास जताया कि भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ तेलंगाना में सरकार बनाएगी। उन्होंने एआईएमआईएम के साथ दोस्ती के लिए केसीआर की भी आलोचना की और दोहराया कि कार का स्टीयरिंग (बीआरएस चुनाव चिह्न) औवेसी के हाथ में है। यह कहते हुए कि केसीआर की सरकार जाने वाली है, भाजपा नेता ने विश्वास जताया कि पार्टी तेलंगाना में सत्ता में आएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े द्वारा तेलंगाना में एक सार्वजनिक बैठक में लगाए गए आरोप कि बीआरएस और भाजपा के बीच समझौता है, पर अमित शाह ने कहा कि भाजपा कभी भी बीआरएस या ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा, भाजपा एआईएमआईएम के साथ मंच भी साझा नहीं कर सकती। शाह ने आरोप लगाया कि केसीआर भाजपा नेताओं के खिलाफ दमनकारी कदम उठा रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि वे उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे। उन्होंने दावा किया कि केसीआर अपने बेटे केटीआर को अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, न तो केसीआर और न ही केटीआर सीएम बनेंगे। अगला सीएम भाजपा का होगा। उन्होंने कांग्रेस, बीआरएस और एआईएमआईएम को पारिवारिक पार्टियां करार दिया। शाह ने कहा, कांग्रेस एक 4जी पार्टी है। यह चार पीढिय़ों की पार्टी है। बीआरएस एक 2जी पार्टी है। एआईएमआईएम एक 3जी पार्टी है। तेलंगाना में न तो 2जी, न ही 3जी, और न 4जी सत्ता में आएगी।
केसीआर सरकार को किसान विरोधी, दलित विरोधी, महिला विरोधी और युवा विरोधी करार देते हुए अमित शाह ने लोगों से इसे जड़ से उखाडऩे और भाजपा को सत्ता में लाने का आग्रह किया। शाह ने कहा कि केसीआर गरीबों के लिए घर और बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ते के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहे। उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। ओवैसी के साथ दोस्ती के लिए केसीआर पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा कि बीआरएस नेता ने उन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है जिन्होंने तेलंगाना की मुक्ति के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने पूछा, क्या शहीदों ने इसलिए अपना जीवन बलिदान किया ताकि केसीआर रजाकारों के साथ बैठें। उन्होंने कहा कि संयुक्त आंध्र प्रदेश में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा भद्राचलम मंदिर में पूजा करने की परंपरा थी लेकिन केसीआर ने इस परंपरा को तोड़ दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने अपने 10 साल के शासन के दौरान संयुक्त आंध्र प्रदेश को दो लाख करोड़ रुपये दिए, लेकिन मोदी सरकार ने अकेले तेलंगाना को 2.80 लाख करोड़ रुपये दिए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने तेलंगाना में 33 लाख गरीबों के लिए शौचालय बनवाये। यह 1.90 करोड़ लोगों को पाँच किलोग्राम खाद्यान्न की आपूर्ति भी कर रही है, महिलाओं को 11 लाख गैस सिलेंडर दिए और गरीबों के लिए 2.5 लाख घर बनाए। शाह ने किसानों के कल्याण और कृषि के विकास के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया।
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी, भाजपा सांसद बंदी संजय और के. लक्ष्मण तथा अन्य नेताओं ने भी बैठक को संबोधित किया।