ब्रेस्टफीडिंग नवजात शिशु और उसकी मां के लिए कई मायनों में लाभदायक होता है. मां का दूध शिशु के लिए पौष्टिक तत्वों का अमूल्य स्रोत होता है और ब्रेस्टफीडिंग से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इससे शिशु में संक्रमण, एलर्जी आदि कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. वहीं मां के लिए भी ब्रेस्टफीडिंग कई फायदे होते हैं.यह मां के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदायक हो सकता है. कई शोधों से पता चला है कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर, ओवरियन कैंसर, डायबिटीज और पोस्टपार्टम डिप्रेशन का खतरा कम हो जाता है और इससे वजन कम करने में भी मदद मिलता है.
स्तन कैंसर का खतरा
डॉक्टरों के अनुसार, जो महिलाएं स्तनपान नहीं करातीं, उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा काफी अधिक होता है. यह एक साबित तथ्य है कि स्तनपान स्तन कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है. इसलिए, महिलाओं को स्वयं और अपने बच्चे के स्वास्थ्य के लिए स्तनपान जरूर कराना चाहिए. स्तनपान न कराकर वे स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो सकती हैं. स्तन कैंसर से बचने का सबसे अच्छा तरीका है स्तनपान कराना.
लैक्टेशन अमेनोरिया
जब कोई महिला स्तनपान नहीं करती है तो उसे लैक्टेशन अमेनोरिया होने का खतरा रहता है. लैक्टेशन अमेनोरिया एक ऐसी स्थिति है जो आमतौर पर स्तनपान नहीं करवाने वाली महिलाओं को देखी जाती है. लैक्टेशन अमेनोरिया में महिलाओं को अपने मासिक धर्म में रुकावट और अनियमितता महसूस होती है. यह स्थिति स्तनपान बंद होने के बाद प्रोलैक्टिन नामक हार्मोन के स्तर में अचानक गिरावट की वजह से उत्पन्न होती है.
ओवरियन कैंसर
ओवरियन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसरों में से एक है. इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन कई शोधों से पता चला है कि जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उनमें ओवरियन कैंसर होने की संभावना काफी कम होती है. स्तनपान करवाने से शरीर में प्रोलैक्टिन और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन्स का स्तर बढ़ता है जो ओवरियन कैंसर से सुरक्षा प्रदान करते हैं.इसलिए, महिलाओं को स्वयं और अपने बच्चे के स्वास्थ्य के लिए स्तनपान अवश्य कराना चाहिए. स्तनपान न करवाने से ओवरियन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.
वजन कम होना
स्तनपान के कई फायदे हैं जिनमें से एक यह भी है कि इससे मां का वजन कम हो सकता है. स्तनपान के दौरान मां के शरीर में ऊर्जा खपत होती है जिससे गर्भावस्था के दौरान जमा हुई अतिरिक्त चर्बी घटने लगती है. एक अध्ययन के अनुसार, स्तनपान कराने वाली माताएं उन माताओं की तुलना में अधिक वजन घटा पाती हैं जो स्तनपान नहीं करातीं. इसलिए, स्तनपान मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है.