देहरादून। सूट-बूट पहनकर ट्रेन के एसी कोच में सफर कर यात्रियों की अटैची चोरी करने का आरोपी जीआरपी देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी से चोरी की गई दस अटैचियां और बैग मिले। कीमती अटैचियों में हजारों रुपये कीमत का सामान था। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसपी जीआरपी अजय गणपति कुंभार ने दस हजार रुपये इनाम दिए जाने की घोषणा की।
एसपी जीआरपी ने बुधवार को रेलवे स्टेशन देहरादून स्थित जीआरपी थाने में प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि तीस सितंबर को अविनाश कुमार निवासी बेंगलुरू ने जीआरपी थाने में केस दर्ज कराया। कहा कि वह घटना से पहली रात दिल्ली से नंदा देवी एक्सप्रेस में द्वितीय एसी कोच में दून आने के लिए सवार हुए। ट्रेन दून स्टेशन पहुंचने वाली थी। तब उठकर देखा तो उनका एक ट्रैवल बैग गायब था। जिसमें उनका एप्पल कंपनी का लैपटॉप, जैकेट, दवाएं और अन्य सामान रखा था। उनकी तहरीर पर अज्ञात चोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। उन्होंने बताया कि नंदा देवी एक्सप्रेस में दिल्ली दून के बीच हाल में कई यात्रियों का सामान चोरी हुआ। अधिकांश वारदातें द्वितीय एसी कोच में हुई। पीड़ित की अटैची के आधार पर पुलिस ने मुजफ्फनगर और दून के बीच के स्टेशनों पर ट्रेन रुकने के दौरान उतरे यात्रियों के फुटेज खंगाले। इस दौरान हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उनकी अटैची लिए एक व्यक्ति जाता दिखा। उसकी शिनाख्त की कोशिश की गई। फुटेज के आधार पर आरोपी राजू थापा (45) को बुधवार को मुजफ्फरनगर के शांतिनगर, भोपा रोड स्थित किराये के कमरे से गिरफ्तार किया गया। वह मूल रूप से नेपाल का निवासी है। उसका परिवार लोहार गली, नागेश्वर मंदिर, डाकरा, गढ़ी कैंट देहरादून में रहता है।
आरोपी से पुलिस ने ट्रेनों में लूटी गई दस अटैचियां और बैग बरामद किए। जिनमें कई अटैचियों के सामान को वह बेच चुका था। उससे दून जीआरपी थाने में दर्ज यात्रियों की अटैची चोरी के कुल तीन केसों का खुलासा हुआ। उससे मिली अन्य अटैची के दर्ज मामलों का पता लगाया जा रहा है।
खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक जीआरपी देहरादून टीएस राणा, एएसआई हरमेंद्र सिंह, भुवन राम आर्य, सिपाही विनय मित्तल, हारुन अली, अब्दुल बासित, दीपक चौधरी शामिल रहे।