रामनगर। रविवार अलसुबह चुकुम गांव में बुजुर्ग को निवाला बनाने वाले बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया है। हालांकि, बुजुर्ग को निवाला बनाने वाला बाघ यही था या नहीं, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। ऐसे में इसके खुलासा के लिए बाघ के सैंपल सीसीएमबी हैदराबाद यानी सेलुलर और आणविक जीवविज्ञान केंद्र भेजा जाएगा। बाघ ने बीती रात एक मवेशी को हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।
रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज स्थित चुकुम गांव में गोपाल राम (उम्र 60 वर्ष) बीते रोज यानी 27 जनवरी की सुबह शौच करने घर से निकला था। तभी बाघ ने गोपाल राम पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद वन प्रभाग की टीम मौके पर पहुंची और बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए चुकुम गांव में डेरा डाला।
इसी कड़ी में रामनगर वन प्रभाग की टीम ने रविवार सुबह करीब 3 बजे बाघ को ट्रेंकुलाइज करने में सफलता हासिल की। जिसके बाद के सैंपल जमा किए गए। वहीं, बाघ को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। वहीं, बीती देर रात भी बाघ ने एक मवेशी पर हमला कर उसे भी मौत के घाट उतार दिया था। रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने बताया कि मामले में उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर बाघ को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आस पास दो पिंजरे लगाए गए। साथ ही वनकर्मियों की चार टीमें गठित कर बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की कार्रवाई की गई। उधर, बाघ की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी। ऐसे में सुबह करीब 3 बजे बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया। इससे पहले बाघ ने एक मवेशी को भी निवाला बनाया था।