देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल से निर्वाचन आयोग में मुलाकात कर उन्हें मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत सरकार के नाम संबोधित पत्र सौंपकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के सभी नेताओं द्वारा किये जा रहे आदर्श चुनाव आचार संहिता के उलंघन की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। संयुक्त निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल को सौंपी लिखित शिकायत में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया है कि देशभर में लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 की आचार संहिता लागू है तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिनांक 19 अप्रैल 2024 को प्रथम चरण के मतदान की तिथि निर्धारित की गई है, जिसमें भाजपा नेताओं एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं तथा पांचों लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों द्वारा आदर्श चुनाव आचार सहिता का खुला उलंघन किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को सबूत के तौर पर भाजपा के आधिकारिक पेज पर जारी की गई सोशल मीडिया पोस्टों को सौंपते हुए आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने आधिकारिक पेज पर चुनाव प्रचार की सोशल मीडिया पोस्टों (फेस बुक ग् इन्स्टाग्राम) पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सेना की वर्दी पहने तस्वीर के साथ मन्दिरों की तस्वीर लगे पोस्टर प्रचारित किये जा रहे हैं तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट का भी मन्दिर की तस्वीरों के साथ प्रचार किया जा रहा है, जो कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का खुला उलंघन है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा है कि जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखण्ड के पांचों लोकसभा प्रत्याशियों द्वारा अपने प्रचार वाले पोस्टरों एवं सोशल मीडिया पोस्टों में धर्म विशेष के मन्दिरों एवं स्लोगनों का उपयोग कर वोटरों की धार्मिक भावनाओं को भडकाया जा रहा है वहीं कांग्रेस पार्टी के गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी द्वारा अपने प्रचार पम्पलेट में अपने अराध्य श्री बद्रीनाथ जी का संबोधन करने पर आपत्ति दर्ज करते हुए इसे पम्पलेट से हटाये जाने के निर्देश दिये गये। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि भारत निर्वाचन एवं राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इस प्रकार का दोहरा मापदण्ड अपनाया जाना पारदर्शी एवं निष्पक्ष चुनाव पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा नेताओं व प्रत्याशियों के सोशल मीडिया पोस्टों से उक्त प्रचार सामग्री को तत्काल हटाया जाय तथा आदर्श चुनाव आचार संहिता के नियमों के तहत कार्रवाई की जाय, ताकि पारदर्शी एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हो सके।
प्रतिनिधिमंडल में सोशल मीडिया के संयोजक विशाल मौय, सोशल मीडिया अध्यक्ष विकास नेगी, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, वार रूम कोचेयरमैन गोपाल गडिया, प्रिया जायसवाल शामिल थे।