देहरादून। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को प्राधिकरण सभागार में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें उपाध्यक्ष श्री तिवारी द्वारा महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए। उन्होंने निर्देश दिए कि देहरादून के घंटाघर स्थित एमडीडीए काम्प्लेक्स के टॉप फ्लोर में पीएवीआर की तर्ज पर सुविधाओं को विकसित किया जाए। इस संबंध में उन्होंने डीपीआर बनाने के निर्देश अधीनस्थों को दिए हैं। इसी तरह पेइज देहरादून में पुराने शॉपिंग मॉल को भी पीवीआर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां किड्स जोन व फूड कोर्ट इत्यादि निर्माण के भी उन्होंने निर्देश दिए हैं। बैठक में कई अन्य निर्णय भी लिए गए।
उपाध्यक्ष तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न होने के उपरांत कुठाल गेट से लेकर पानीवाला बैंड तक अतिक्रमण चिन्हित करते हुए इन्हें हटाने की कार्यवाही की जाए। आमवाला तरला एवं धौलास में आवासीय परियोनाओं को लेकर निर्देशित किया की 19 अप्रैल के बाद इन दोनों योजनाओं में एचआईजी एवं एमआईजी फ्लैट्स का ब्रॉउसर जारी कर दिया जाए। प्राधिकरण की संपत्तियों में जहां भी भूखंड या दुकान आदि रिक्त हैं, उनकी नीलामी की जाए। सांई मंदिर राजपुर रोड पर प्राधिकरण की 600 वर्ग मीटर भूमि पर गेस्ट हाउस निर्माण के निर्देश दिए गए। गेस्ट हाउस बनने के बाद किसी नामी होटल ग्रुप को यह गेस्ट हाउस किराए पर संचालन के लिए दिया जाएगा। आढ़त बाजार के सम्बंध में उपाध्यक्ष महोदय ने निर्देश दिए हैं 19 अप्रैल के बाद व्यापारियों को भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। इस संदर्भ में व्यापारी एसोसिएशन से अंतिम दौर की वार्ता संपन्न हो चुकी है। पेइज देहरादून में स्मार्ट सिटी द्वारा लगाया गया वाटर एटीएम कार्य नहीं कर रहा है, जिसे रिपेयर कराने के निर्देश दिए गए। इस संबंध में इसे लगाने वाली कंपनी से पत्राचार किया जाएगा। साथ ही शहर के अन्य वाटर एटीएम के संबंध में भी कंपनी से पत्राचार किया जाएगा। चैराहों के चैड़ीकरण व सौन्दर्यकरण हेतु लोनिवि से रिवाइज्ड एस्टीमेट लिया जाएगा। तहसील पार्किंग और नगर निगम ऋषिकेश में बन रही पार्किंग का कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश भी उपाध्यक्ष ने दिए। इंदिरा मार्केट रिडेवलपमेंट के अंतर्गत बन रही नई बिल्डिंग के कार्य में ठेकेदार द्वारा धीमी गति से कार्य किया जा रहा है। उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि इसके लिए अब नया टेंडर किया जाए। घंटाघर स्थित उककं कॉम्प्लेक्स में सेट बैक को प्रभावित कर बनाए गए तमाम क्योस्क को हटाया जाएगा। साथ ही इस कॉम्प्लेक्स को संभालने वाली कंपनी से राजस्व की वसूली भी प्राधिकरण करेगा। उककं कार्यालय में छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। साथ ही बेहतर कैंटीन का निर्माण किया जाएगा।
शहर में जितने भी तालाब हैं उन्हें वॉटर हार्वेस्टिंग के जरिये पुनर्जीवित किया जाएगा। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर ऐतिहासिक कुंड को उसी स्वरूप में विकसित किया जाएगा। कुंड के पानी को भी रिचार्ज किया जाएगा।