देहरादून। फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चौप्टर ने देहरादून के दून क्लब में वास्तु विज्ञान और अंक ज्योतिष पर सेमिनार का आयोजन किया। डॉ. रुशिका गजारिया, स्क्वेयर इट अप इंटरनेशनल सुंदर वास्तु, मुंबई वास्तु अंकज्योतिष कंसल्टेंसी ने वास्तु विज्ञान और अंकशास्त्र में पारंपरिक प्रथाओं और समकालीन ज्ञान के बीच अंतर पर अपने विचार साझा किए।
फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चौप्टर की अध्यक्ष डॉ. चारू चौहान ने फिक्की फ़्लो के सदस्यों के लिए सेमिनार को संबोधित करने के लिए प्रसिद्ध वास्तु अंकशास्त्र और ज्योतिष सलाहकार, डॉ. रुशिका गजरिया का आभार व्यक्त किया। सेमिनार का उद्देश्य पारंपरिक प्रथाओं और समकालीन ज्ञान के बीच अंतर को पाटना है। वास्तु विज्ञान, वास्तुकला और डिजाइन और अंकशास्त्र का प्राचीन भारतीय विज्ञान – एक उभरता हुआ क्षेत्र है जो अंकशास्त्र और समग्र कल्याण को जोड़ता है और ये विषय हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं। सेमिनार की अतिथि वक्ता डॉ रुशिका गजारिया ने कहा, “मुझे राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए फिक्की फ़्लो उत्तराखंड चौप्टर को देखकर खुशी हुई है। इस सेमिनार में अतिथि वक्ता के रूप में मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं फ्लो की बहुत आभारी हूं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वास्तुशास्त्र एक प्राचीन भारतीय पद्धति है और यह हमारे जीवन को उन्नत बनाने में हमारी मदद करती है। स्मृति लाल, तान्शी आर्ट डे चेयर और डॉ. मानसी रस्तोगी, सचिव फिक्की फ़्लो, उत्तराखंड चौप्टर सेमिनार की मॉडरेटर थीं।
इस अवसर पर व फिक्की फ़्लो, उत्तराखंड चौप्टर के डॉ. अनुराधा मल्ल, पास्ट चेयर, कोमल बत्रा, पास्ट चेयर, डॉ. मानसी रस्तोगी-सचिव, गीगी पाठक-संयुक्त सचिव, हरप्रीत कौर-कोषाध्यक्ष, निशा ठाकुर संयुक्त कोषाध्यक्ष एवं कार्यकारिणी समिति सदस्य गौरी सूरी एवं गीतिका कक्कड़, शिखा घिल्डियाल भी उपस्थित रहे।