देहरादून। कांग्रेस ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए प्रदेश सरकार को घेरने का प्रयास किया है। कांग्रेस का आरोप है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गयी है। उत्तराखण्ड में आए दिन महिला अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि बीते रोज हरिद्वार जिले के बहादराबाद से एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना रोंगटे खड़े कर देने वाली है। उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ न सिर्फ दुष्कर्म किया गया, बल्कि दुराचार के बाद बच्ची की जघन्य हत्या कर दी गई। इस पूरे हत्याकांड को सत्तारूढ़ भाजपा के प्रधान पति और ओबीसी आयोग के सदस्य ने अंजाम दिया। गरिमा दसौनी का कहना है कि देहरादून उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी है और यहां सभी मंत्री रहते हैं, उसके बावजूद देहरादून में महिलाओं के खिलाफ अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग का मुंह बोले मामा ने दुराचार किया। वहीं पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां का शव पाया गया। देहरादून में ही उपनलकर्मी द्वारा खुद को वन दरोगा बताकर आरक्षी के साथ दुष्कर्म किया गया, जो नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र का मामला है। देहरादून के ही कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनों से दुराचार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन सोया हुआ है।
कांग्रेस ने कहा कि साल 2017 और 2022 में प्रदेश की जनता ने विश्वास जताते हुए भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया। राज्य की जनता ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार प्रदेश में भाजपा के पांचों सांसद चुनकर संसद भेजे, ऐसे में भाजपा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें। महिलाओं पर बढ़ते अपराधों पर कांग्रेस पार्टी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य पर भी जमकर निशाना साधा।