पंतनगर। उत्तराखंड में अपने प्रोजेक्ट ‘सर्व सेफ फूड’ की भौगोलिक उपस्थिति बढ़ाते हुए, नेस्ले इंडिया ने एफडीए, उत्तराखण्ड और नेशनल असोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) के साथ अपना गठबंधन जारी रखा है। इसके तहत देहरादून, चमौली, रुद्र प्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में 1200 से ज्यादा स्ट्रीट फूड वेंडर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रकार राज्य में प्रशिक्षित स्ट्रीट फूड वेंडर्स की कुल संख्या 3200 हो जाएगी और यह उत्तराखण्ड में नेस्ले इंडिया के प्रोजेक्ट ‘सर्व सेफ फूड’ का भौगोलिक विस्तार है। प्रोजेक्ट ‘सर्व सेफ फूड’ 2016 में शुरू हुआ था और अब तक 26 राज्यों तथा 4 संघशासित क्षेत्रों में 68,500 से ज्यादा स्ट्रीट फूड वेंडर्स को फायदा पहुँचा चुका है। प्रशिक्षण का एक विस्तृत कार्यक्रम तैयार करने के लिये कंपनी ने विभिन्न साझीदारों के साथ मिलकर काम किया है।
एफडीए, उत्तराखण्ड के अतिरिक्त आयुक्त ताज बार सिंह ने कहा कि स्ट्रीट फूड वेंडर्स से समाज का एक बड़ा वर्ग खाने-पीने की चीजें लेता है। ऐसे में उनके लिये सुरक्षा तथा आरोग्य सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हो जाता है। और प्रोजेक्ट ‘सर्व सेफ फूड’ इस मामले में सकारात्मक योगदान दे रहा है। मैं एफडीए, उत्तराखण्ड के साथ लगातार भागीदारी के लिये नेशनल असोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) और नेस्ले इंडिया को धन्यवाद देता हूँ। यह भागीदारी हमारे राज्य में खाने-पीने की चीजों के आरोग्य एवं सुरक्षा के मानकों को ऊँचा करने में सहायक है।