बैंक से 22 लाख चुराकर भाग रहे युवक को एसएसबी ने दबोचा

पिथौरागढ़। एसएसबी टीम ने भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा झूलापुल पर चेकिंग के दौरान एक नेपाली युवक को रुपयों के साथ गिरफ्तार किया है। नेपाली युवक के पास 22 लाख 45 हजार रुपये मिले। पुलिस ने बरामद रुपए के मामले में खुलासा किया है। बताया जा रहा कि नेपाली युवक धारचूला के एसबीआई की मुवानी शाखा की खिड़की तोड़कर रुपये चुराकर नेपाल भागने की फिराक में था।

धारचूला में अंतरराष्ट्रीय झूलापुल पर नेपाली युवक नवीन धामी निवासी दल्सेलेखान मार्मा जिला दार्चुला नेपाल से एसएसबी ने 22 लाख 45 हजार रुपये की रकम पकड़ी थी। नेपाल युवक ने रुपए बक्से में छिपाकर रखे थे। एसएसबी की सूचना पर कस्टम, पुलिस सहित तमाम सुरक्षा एजेंसीज ने युवक से नाम, पता और रुपयों के बारे में पूछताछ की तो उसने कोई जानकारी नहीं दी। सुरक्षा एजेंसी द्वारा बार-बार पूछे जाने पर वह अलग-अलग नाम और पता बता रहा था।

मामला पुलिस को हस्तांतरित होने के बाद जब धारचूला थाने में पूछताछ की गई तो युवक ने रकम को मुवानी स्थित स्टेट बैंक से चोरी कर लाने की बात कही। युवक ने पूछताछ में बताया कि उसने बैंक के पीछे की खिड़की तोड़कर रुपये चुराए थे। वह नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन एसएसबी ने उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह धारचूला में मजदूरी करता था। युवक के बताने के बाद जब पुलिस ने बैंक उसके आसपास सीसीटीवी खंगाले तब चोरी का पता चला।दपुलिस के अनुसार 22 जुलाई को युवक ने बैंक की खिड़की तोड़कर चोरी की थी। शुक्रवार को बैंक की ओर से थल थाने में तहरीर दी गई है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी रेखा यादव ने तत्काल एक टीम का गठन किया। अभियुक्त से बरामद मोबाइल के संपर्क नम्बरों की कॉल डिटेल निकलवाई गई। घटना करने के पश्चात अभियुक्त जहां-जहां रुका था, उन जगहों के लगभग 80 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गये। अभियुक्त बार-बार अपने बयान बदल रहा था। परन्तु सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि उसने उक्त पैसे गत 22 जुलाई की रात्रि कस्बा मुवानी भारतीय स्टेट बैंक से चोरी किये थे। आरोपी के बयान के आधार पर भारतीय स्टेट बैंक कस्बा मुवानी के शाखा प्रबंधक से पूछताछ की गई।

शाखा प्रबंधक ने गत 22 जुलाई  की रात्रि में उनके बैंक से 23 लाख 16,000 रुपए चोरी किए जाने की बात स्वीकारी गई। शाखा प्रबंधक सुशील कुमार से इस चोरी के संबंध में मुकदमा पंजीकृत नहीं कराए जाने के संबंध में पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि कुछ तकनीकी कमियों के कारण, तत्काल मुकदमा पंजीकृत नहीं कराया जा सका। अब इस संबंध में थाना थल में मुकदमा पंजीकृत कराए जाने की कार्रवाई चल रही है। चार दिन तक एसबीआई के शाखा प्रबंधक के द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं करना भी सवाल खड़े कर रहा है।

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