टिहरी। कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने जनपद टिहरी गढ़वाल के भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी से आपदा पर अपडेट लेते हुए प्रभावितों को हरसम्भव मदद करने के निर्देश दिये। इस दौरान उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन विनय रोहेला भी मौजूद रहे।
इस दौरान जिलाधिकरी मयूर दीक्षित ने बताया कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दूरस्त करने हेतु हर सम्भव कदम उठाये गये हैं। बूढ़ाकेदार क्षेत्र में सुरक्षा दीवार बनाने हेतु प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग की विभिन्न डिविजन क्षेत्रान्तर्गत 08 विभागीय तथा 40 प्राइवेट जेसीबी तथा पीएमजीएसवाई की सड़कों हेतु 20 जेसीबी लगाई गई हैं। इसके साथ ही एनएच-94 पर 07 जेसीबी, 05 एक्सावेटर, 01 लोडर तथा 12 टिप्पर के द्वारा कार्य किया जा रहा है। एनएच-58 पर 04 जेसीबी, 01 एक्सावेटर, 03 व्हील डोजर लगाये गये हैं, जबकि एनएच 707ए पर 07 जेसीबी लगाये गये है। उन्होंने बताया कि 04 स्थानों यथा ढालवाला, व्यासी, कोटी कालोनी एवं घनसाली में कुल 36 एसडीआरएफ के जवान तैनात किये गये हैं। इसके साथ ही जनपद में अन्य मूलभूत सुविधाओं हेतु नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि भिलंगना ब्लॉक के तिनगढ़ गांव के लोगों को आपदा राहत शिविर से किराये के मकानों में भेजा जा रहा है तथा पुनर्वास/विस्थापन हेतु कार्यवाही जारी है। इसके साथ ही आपदाग्रस्त अन्य गांवांे के सर्वेक्षण का कार्य जारी है तथा आपदा क्षति आंकलन/कार्ययोजना की कार्यवाही प्रगति पर है।
तत्पश्चात् उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन द्वारा जिला आपदा परिचालन केन्द्र टिहरी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दूरस्त करने एवं समस्याओं के निराकरण हेतु हर सम्भव कदम उठाये गये हैं, जिसके चलते लोग संतुष्ठ है तथा वर्तमान में जन-जीवन सामान्य होने लगा है। उन्होंने बताया कि मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा लगातार समीक्षा करते रहे हैं।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष भाजपा राजेश नौटियाल, डीडीएमओ बृजेश भट्ट सहित जनप्रतिनिधि विनोद रतूड़ी, खेम सिंह चौहान, प्रमोद उनियाल, उदय रावत, विजय कठैत एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।