देहरादून। उत्तराखंड सरकार उत्कृष्ट साहित्यकारों को प्रति वर्ष साहित्य भूषण पुरस्कार से सम्मानित करेगी। इसके तहत साहित्यकारों को पुरस्कार के तौर पर पांच लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी। भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने हिंदी दिवस के अवसर पर देहरादून में आयोजित समारोह में ये जानकारी दी।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘‘हिंदी भारत की समृद्ध संस्कृति की पहचान और हमारी एकता और अखंडता का आधार है। हिन्दी भाषा पर बोलते हुए श्री धामी ने कहा कि हिंदी एक भाषा का उत्सव नहीं बल्कि हमारी संस्कृति के गौरव का अवसर है। उन्होंने कहा कि हिंदी केवल हमारे लिए संवाद का माध्यम नहीं है बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी ने विविधता से भरे हमारे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। सहजता, सरलता और सामर्थ्य से परिपूर्ण हिंदी में समन्वय की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि हिंदी की कीर्ति केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में ये संवाद का एक प्रमुख सेतु बन चुकी है। समारोह में मुख्यमंत्री ने ’हिंदी दिवस समारोह-2024’ में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की पुस्तक ‘‘उत्तराखण्ड की लोक कथाएं’’ का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने कविता लेखन, कहानी लेखन, यात्रा वृतान्त लेखन और नाटक लेखन प्रतियोगिता के प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं और बोर्ड परिक्षाओं में हिन्दी में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।