रुड़की। बंद पड़ी इकबालपुर चीनी मिल को चलवाने के लिए प्रदेश सरकार बेहद गंभीर नजर आ रही है, जिसके चलते आज गढ़वाल गन्ना आयुक्त चंद्र सिंह धर्मशक्तू सुबह सवेरे इकबालपुर चीनी मील में पहुंच गए, जहां उन्होंने चीनी मील के बारे में विस्तार से जानकारी लेकर मिल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। निरीक्षण के दौरान गन्ना आयुक्त चंद्र सिंह धर्मशक्तू ने साफ किया कि जब तक गन्ना किसानों का पिछला बकाया भुगतान साढ़े दस करोड़ नहीं हो जाता, तब तक मिल को इंडेट जारी नहीं किया जायेगा। मिल प्रबंधन द्वारा गन्ना आयुक्त को आश्वस्त किया गया कि आगामी 27 नवम्बर को चीनी मील का पेराई सत्र शुरू कर दिया जायेगा।
इसके बाद गन्ना आयुक्त इकबालपुर गन्ना विकास समिति में पहुंचे, जहां उन्होंने चीनी मील प्रबंधन के साथ-साथ गन्ना समितियों के सभी कर्मचारियों और डीसीओ के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान गन्ना आयुक्त चंद्र सिंह धर्मशक्तू ने कहा कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों के लिए बेहद गंभीर है। अब सरकार ने गन्ना अनुदान योजना शुरू की है। इस योजना में पौधशालाओं में बीज तैयार कर वैज्ञानिकों से परीक्षण कराकर गन्ना किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि गन्ने की 238 प्रजाति सफल ना होने से गन्ना किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन अब इस योजना में गन्ना किसानों को पौधशाला के लिए बीज उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार गन्ना किसानों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है, जल्द ही इकबालपुर चीनी मिल चलने से भी गन्ना किसानों को भारी राहत मिलेगी। लेकिन पहले चीनी मील को पिछले साल का साढ़े दस करोड़ का भुगतान करना अनिवार्य होगा, तभी चीनी मील को इंडेंट जारी किया जायेगा।
इस मौके पर डीसीओ शैलेन्द्र सिंह, सहायक चीनी आयुक्त सुप्रिय मोहन, लक्सर चीनी मील के महाप्रबंधक एसपी सिंह, उत्तम चीनी मील के महाप्रबंधक लोकेंद्र सिंह, गन्ना विकास समिति के समस्त सचिव, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक आदि मौजूद रहे।