देहरादून। राजभवन में वसंतोत्सव-2024 का ‘कर्टेन रेजर’ आयोजित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने इस वर्ष 01 मार्च से राजभवन में शुरू हो रहे तीन दिवसीय वसंतोत्सव-2024 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विशेष पोस्टल कवर के लिए ‘‘थुनेर’’ का चयन किया गया है। 01 मार्च को दोपहर 1.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक तथा 02 व 03 मार्च को प्रातः 09.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक वसंतोत्सव पुष्प प्रदर्शनी जनसामान्य के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।
राज्यपाल ने कहा कि राजभवन देहरादून में 2003 से प्रारम्भ हुआ वसंतोत्सव, उत्तराखंड की पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पुष्पों की एक अलग पहचान है, यहाँ फूलों के उत्पादन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं, जो उत्तराखंड के लिए एक वरदान साबित हो सकती हैं। राज्यपाल ने कहा कि पुष्प प्रदर्शनी के रूप में शुरू हुआ यह आयोजन दिन-प्रतिदिन लोकप्रिय होकर अब एक बड़े सांस्कृतिक व आर्थिक उत्सव में बदल चुका है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां एवं उपलब्ध जलवायु पुष्पोत्पादन के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि हमें पुष्पों को व्यवसायिक गतिविधियों के साथ जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे साथ ही निकटवर्ती क्षेत्रों के अलावा हमें देश एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यहां के पुष्पों को पहुँचाने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य को पुष्प प्रदेश बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि प्रतिवर्ष राजभवन के प्रांगण में वसंतोत्सव के आयोजन से पुष्पोत्पादन के क्षेत्र में जनसाधारण एवं कृषकों में विशेष रुचि विकसित हुई है और इसे निरंतर व्यापकता देने का प्रयास किया जा रहा है। ‘कर्टेन रेजर’ में सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण विनोद कुमार सुमन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस भदौरिया, निदेशक उद्यान दिप्ति सिंह, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय भी उपस्थित रहे। इस वर्ष प्रदर्शनी का अवलोकन करने वाले आमजन के लिए राजभवन की नक्षत्र वाटिका, बौन्साई गार्डन एवं शंकर जी के मन्दिर के भ्रमण की भी व्यवस्था की जायेगी। इस तीन दिवसीय आयोजन में राज्य के लगभग 35 विभागों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा, जिसमें प्रथमवार पुलिस विभाग द्वारा भी प्रतिभाग किया जायेगा। साथ ही उद्यान विभाग के अतिरिक्त विभिन्न शोध संस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बोर्ड, निगम आदि प्रमुख होगें। इन विभागोंध्संस्थानों द्वारा आयोजन में अपना स्टॉल लगाकर अपने विभाग के जनोपयोगी कार्यक्रमोंध्तकनीकियों का उत्कृष्टता के आधार पर प्रदर्शन किया जायेगा। राज्य में स्थापित कृषि, औद्यानिक विश्वविद्यालयों के साथ-साथ केन्द्रीय संस्थाओं को भी आयोजन में प्रतिभाग करने हेतु आमन्त्रित किया जा रहा है, जिनके द्वारा पुष्प के क्षेत्र में किये जा रहे शोध एवं प्रसार कार्यों का प्रदर्शन स्टॉल के माध्यम से किया जायेगा।
वसंतोत्सव में प्रख्यापित बुके निर्माताओं, माला तैयार करने वाले एवं पुष्पों से निर्मित अन्य वस्तुएं तैयार कर व्यापार करने वालों को भी आमन्त्रित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड में उत्पादित शहद, पुष्प इत्र, मशरूम, जड़ी-बूटी इत्यादि को बढ़ावा देने तथा वृहद प्रचार-प्रसार की दृष्टि से स्टॉल के माध्यम से जनसामान्य को विस्तृत जानकारी प्रदान की जायेगी। गत वर्षों की भॉति इस वर्ष भी राजभवन में रोपित ट्यूलिप पुष्प वसंतोत्सव के अवसर पर अपनी अनुपम सुन्दरता प्रदर्शित करेगें। वसंतोत्सव में विभिन्न पुष्प उत्पादकों (खुले में एवं संरक्षित वातावरण में उत्पादन) तथा पुष्प नर्सरी उत्पादकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। उक्त के अतिरिक्त औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों को आमन्त्रित किया गया है। औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं वस्वयं सहायता समूहों, स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा भी अपने कार्यक्रमों, उत्पादों का प्रदर्शन किया जायेगा।
संस्कृति विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा वसन्तोत्सव-2024 के तीनों दिवसों (01, 02 व 03 मार्च, 2024) को सांय काल 01 घण्टे का सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जायेगा, जिसमें स्थानीय भाषाओं के गीतों, लोक नृत्यों एवं अन्य कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों के साथ ही प्रदेश से जुड़े हुये ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुतीकरण किया जायेगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में लोगों के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के स्टॉल की व्यवस्था की जायेगी तथा हाईजीन एवं सैनिटेशन का विशेष ध्यान रखा जायेगा।
नगर निगम, देहरादून द्वारा राजभवन एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में विशेष साफ-सफाई की व्यवस्था की जायेगी। साथ ही राजभवन परिसर में आगंतुकों की सुविधा हेतु सचल शौचालय की भी व्यवस्था की जायेगी।