देहरादून। उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के साथ ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सरकार हर साल सम्मानित करती है। इसी क्रम में बुधवार को शिक्षा विभाग कार्यालय में ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह 2024’ का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने प्रदेश के तमाम छात्रों और प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया। साथ ही राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के नवनिर्मित भवन और छात्रावास का लोकार्पण और तमाम सरकारी विद्यालयों में 442 स्मार्ट क्लास रूम भी शुरू किया गया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह में साल 2024 में 12वीं स्तर पर सर्वाधिक परीक्षा फल देने वाले टॉप थ्री विद्यालयों को सम्मानित किया गया। इसी क्रम में 10वीं स्तर पर भी सर्वाधिक परीक्षा फल देने वाले टॉप थ्री विद्यालयों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही साल 2024 में हुई हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश भर में प्रथम से दस स्थान प्राप्त करने वाले कुल 21 छात्र- छात्राओं और इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश भर में प्रथम से दस स्थान प्राप्त करने वाले कुल 23 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
पं दीन दयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरुस्कार वितरण समारोह में साल 2023 में 10वीं और 12वीं स्तर पर सर्वाधिक परीक्षाफल देने वाले टॉप थ्री विद्यालयों को सर्वाधिक परीक्षाफल देने के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही साल 2023 में हुई हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश भर में प्रथम से पांच स्थान प्राप्त करने वाले कुल 13 छात्र- छात्राएं और इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश भर में प्रथम से पांच स्थान प्राप्त करने वाले कुल 6 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड शिक्षा व्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही जो शिक्षा को बढ़ाने के लिए एक समूह के रूप में काम कर रहा है उन सभी को बधाई है। सीएम ने कहा कि लोगों को सम्मानित कर ऐसा लग रहा है कि वो खुद सम्मानित हो रहे हैं। ये सम्मान बच्चों के कड़ी मेहनत का फल है। बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है। इसके लिए शिक्षा मंत्री ने भारत सरकार से तमाम कार्यों के लिए बजट स्वीकृत कराकर लाए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश के तमाम विद्यालयों में 442 स्मार्ट क्लास शुरू हो रहे हैं। जिसका छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिलेगा। प्रदेश के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के टॉप पांच बच्चों को देश भ्रमण कराया जाएगा। राज्य के चिन्हित 529 स्कूलों को क्लस्टर ऑफ एक्सीलेंस के तहत विकसित किया जाएगा। सीएम ने अध्यापकों से कहा कि वे बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का भी ज्ञान दें।
सीएम ने कहा कि इस सम्मान से छात्र-छात्राओं को जहां एक ओर प्रेरणा मिलेगी वहीं अपने जीवन काल में बेहतर ढंग से काम कर सकेंगे।