पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में मिशन अमृत सरोवर की समीक्षा बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अमृत सरोवरों के कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। जनपद में 145 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है।
ग्राम विकास विभाग द्वारा 93 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 03 सरोवर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि सरोवरों का निर्माण पूर्ण करते हुए मत्स्य पालन के उपयोग से अमृत सरोवरों को मत्स्य विभाग को दें। वहीं जलागम द्वारा 20 व वन विभाग 32 अमृत सरोवरों का निर्माण कर रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए अमृत सरोवरों का कार्य तत्काल पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अमृत सरोवरों के चारों ओर चारदीवारी, बैठने के लिए बेंच व पौध रोपण करना सुनिश्ति करें।
जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए खंड विकास अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। बैठक में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत द्वारा प्रतिभाग नहीं करने पर जिलाधिकारी के स्पष्टीकरण तलब किया। ग्राम स्तर के सूखे कूड़े (कांच, लोहा व प्लास्टिक) को एकत्रित करने के लिए सभी 15 ब्लाकों को वाहन उपलब्ध कराये गये हैं। जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को ग्राम स्तर पर एकत्र सूखे कूड़े को उपलब्ध वाहन के माध्यम से प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जिला पंचायत को प्लास्टिक मैनेजमेंट यूनिट में प्राप्त कूड़े को कम्पेक्टर के माध्यम से कमपेक्ट करके इसको बिक्रय करने के निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि गंभीरता से कार्य करना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविन्दर कौर, जिला उघान अधिकारी राजेश तिवारी, एसडीओ वन विभाग आईशा बिष्ट, स्वजल प्रबंधक दीपक रावत, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।