देहरादून। जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल ने जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन) समिति की बैठक लेते हुए चिकित्सालय को मदवार प्राप्त बजट एवं चिकित्सालय में अवस्थित समस्त सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की गई बचट प्रबन्ध में पाई खामिया। बजट होने के उपरान्त भी व्यय का निर्णय न किये जाने पर हैरानगी जताई। मौके पर ही किया बजट की समस्या का समाधान, एक-एक प्रभाग एवं चिकित्सक की जरूरत पूरी।
डीएम के महत्वपूर्ण निर्देशः- * सभी चिकित्सालया में जांच हेतु लैब्स, मरीजों के लिए साफ बैड, आवश्यक दवाई, लाईट एवं चिकित्सक की उपस्थिति रहे अनिवार्य। * कोरोनेशन चिकित्सालय में नेत्र जांच हेतु डार्क रूम के लिए 40 लाख स्वीकृत। वार्ड एवं लैब्स हेतु एसी उपकरण क्रय करने की मौके पर ही दी स्वीकृति, चिकत्सालय की दीवार पर सदेंशपरक पैन्टिंग बनाने के निर्देश। * मरीज हित से बढकर कुछ नहीं, सभी मरीज एवं तीमारदरों का रखें उचित ख्याल। * चिकित्सालय में चिकित्सक एवं स्टॉफ मरीजों एवं तीमारदारों से मानवीय पहलु को रखें सर्वोपरि, व्यवहार में रखे नरमी * चन्दन लैब के कार्मिक ऑनकाल होने पर जताई नाराजगी, डीएम ने पूछा जब भुगतान 24 घंटे का तो कार्मिक आनकॉल क्यों। सीएमओ एवं पीएमएस जवाब तलब। * मरीजों की जेब से न लगे पैंसे, अनावश्यक बाहर की दवाई लिखी पर्ची पंकड़ में आई, तो होगी सख्त कार्यवाही। |
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय की बचत से डीआईसी हेतु एक वाहन हायर करें, जो दूरदराज से आए बीमार बच्चों एवं उनके परिजनों को स्थानीय आवागमन की सुगमता बनाए। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सालय में अनुबंध लैब के कार्मिक 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे इसकी जिम्मेदारी संबंधित सत्यापन अधिकारी की होगी। संबंधित उप जिलाधिकारी करेंगे औचक निरीक्षण। उन्होंने निर्देशित किया कि चिकित्सालय में संचालित समस्त गतिविधियों को मीटिंग में रखा जाए ताकि उनकी समीक्षा करते हुए उनमें सुधार एवं मॉनिटरिंग की जा सके। जिलाधिकारी ने मरम्मत कार्य 2 वर्ष से लंबित रहने पर जताई नाराजगी कार्यों की लिस्ट की तलब। चिकित्सालय में किए जाने वाले मरम्मत कार्यों को तत्काल टेकअप करने निर्देश। जिला चिकित्सालय में सफाई व्यवस्थाओं की गुप्त जांच कराते हुए फोटोज के माध्यम से कमियां सभी सदस्यों के समक्ष रखी। चिकित्सालय में सफाई व्यवस्थाओं की धरातल की स्थिति उन्होंने संबंधित सफाई कंपनी पर कार्यवाही करने के लिए अधिकृत किया।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में मरीजों से व्यवहार में सौम्यता बनाए रखने तथा मानवीय दृष्टिकोण से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सालय में सुचित सुविधा हो तथा आवश्यक दवाई एवं जांच उपलब्ध हों। साथ निर्देश दिए कि बाहर से दवाई लिखने पर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
आरबीएसके टीम की फील्ड में उपस्थिति हेतु बायोमेट्रिक हाजिरी पोर्टल के माध्यम से मांगी। उन्होंने निर्देशित किया की एसएनसीयू समस्त एवं उपकरण एवं के लिए मौके पर ही दी स्वीकृति। कोरोनेशन चिकित्सालय में नेत्र जांच हेतु डार्क रूम के लिए 40 लाख स्वीकृत। वार्ड एवं लैब्स हेतु एसी उपकरण क्रय करने की मौके पर ही दी स्वीकृति, चिकत्सालय की दीवार पर सदेंशपरक पैन्टिंग बनाने के निर्देश।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ निधि रावत, डॉ दिनेश चौहान, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉ वाईएस चौहान सहित समिति के सदस्य एवं अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।