देहरादून। उत्तराखंड में आईटीडीए का इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर बुधवार को डाउन होने के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया था। आखिरकार यह किसी हैकर की करतूत थी, या फिर कोई टेक्निकल समस्या, इस बात का खुलासा फिलहाल नहीं हो पाया है। लेकिन इतना जरूर है कि उत्तराखंड की 100 से अधिक वेबसाइट और एप्लीकेशन 24 घंटे से पूरी तरह से डाउन चल रही थी। इससे सचिवालय का काम भी प्रभावित हो रहा था। अब यह बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात तक पूरे सिस्टम को रिस्टोर कर लिया जाएगा। बुधवार को देहरादून के आईटी पार्क में स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर डाउन होने के बाद सचिवालय और पुलिस से जुड़े तमाम काम ठप हो गए थे। इसके ठप होने से न केवल सरकारी काम में समस्या पैदा हो गई थी, बल्कि आम जनमानस को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के साथ-साथ अन्य वेबसाइट भी बंद हो गई थी। लेकिन अब लगभग 15 से अधिक वेबसाइट को रिस्टोर कर लिया गया है। उम्मीद यही जताई जा रही है कि आज देर रात तक पूरे सिस्टम को ठीक कर लिया जाएगा। शुक्रवार देर रात को स्कैनिंग का काम शुरू हो गया था। इस काम में तमाम इंजीनियर और साइबर थाना पुलिस की टीम में लगी हुई थी। केंद्र में तकनीकी दिक्कत के चलते यह आशंका जताई जा रही थी कि कहीं कोई साइबर हमला न हो जाए, इसको देखते हुए तमाम सिस्टम को बंद कर दिया गया था। इसके बाद आईटीबीएस से जुड़े तमाम इंजीनियर और साइबर से जुड़े एक्सपर्ट इस काम में लगा दिए गए थे।
हालांकि बुधवार से अब तक यानी शुक्रवार और शनिवार की सुबह तक यह काम आधे से भी अभी काम हुआ है। लेकिन अधिकारी उम्मीद जाता रहे हैं कि शनिवार देर रात तक इसे सुधार लिया जाएगा। उत्तराखंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट की निदेशक नीतिका खंडेलवाल कहती हैं कि अब तक हमारी 15 वेबसाइट अपग्रेड हो चुकी हैं। अब हम उन वेबसाइटों को रिस्टोर कर रहे हैं, जो महत्वपूर्ण हैं। इसमें सीएम हेल्पलाइन के साथ-साथ अन्य वेबसाइट हैं। उम्मीद यही है कि आज देर रात तक सभी सिस्टम को रिस्टोर करके काम शुरू हो जाएगा।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर इस पूरे मामले को खुद देख रहे हैं। उनका कहना है कि हम यही उम्मीद कर रहे हैं कि जिस तरह से इंजीनियर्स की टीम और साइबर एक्सपर्ट की टीम काम में लगी हुई है, उससे यही लग रहा है कि आज रात तक सभी चीजें पूरी कर ली जाएंगी।
आपको बता दें कि सिस्टम डाउन होने के बाद जिस तरह की समस्या सामने आ रही है, उसमें पुलिस थानों में जो रोजाना एफआईआर अपलोड होती थी, वह नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही थानों में जो मुकदमे दर्ज होते हैं, उन्हें अपराध और अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम यानी सीसीटीएनएस में अपलोड किया जाता है, वह भी फिलहाल नहीं हो पा रहा है। यह सिस्टम देश भर के तमाम थाने, चौकी और पुलिस मुख्यालय को एक साथ जोड़कर रखता है। इससे क्राइम कहीं भी हो, देश भर में उस क्राइम से जुड़ी जानकारी और उसकी तस्वीर एक दूसरे से साझा की जाती है।