रुद्रप्रयाग। पंचकेदार में प्रमुख केदारनाथ धाम की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार के आग्रह पर भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने आईटीबीपी की एक प्लाटून धाम में तैनात कर दी है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों व पुनर्निर्माण के बीच मंदिर की सुरक्षा को लेकर श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने को कहा था। आईटीबीपी, आगामी यात्रा शुरू होने तक केदारनाथ मंदिर व केदारपुरी की सुरक्षा में मुस्तैद रहेगी। सोमवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की एक प्लाटून जिसमें 24 जवान व अधिकाारियों सहित कुल 30 लोग शामिल हैं, धाम पहुंच गए हैं। धाम पहुंचते ही आईटीबीपी के जवानों ने मंदिर क्षेत्र सहित आसपास गश्त करते हुए वहां का गहन निरीक्षण किया। मंदिर के समीप ही प्लाटून के रहने की व्यवस्था की गई है। बता दें कि इस वर्ष बीते 15 नवंबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो गए थे। कपाट बंद होने के बाद से धाम में सिर्फ 9 पीएससी व 3 पुलिस के जवान ही मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं। इन हालातों में श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ मंदिर व स्वर्णमंडित गर्भगृह की सुरक्षा के साथ ही धाम में चल रहे अरबों रुपये के पुनर्निर्माण कार्यों की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था। पत्र का संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय से केदारनाथ में सुरक्षा व्यवस्था के लिए आईटीबीपी की तैनाती का आग्रह किया था। बता दें कि बीते वर्ष भी कपाट बंद होने के बाद मंदिर की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी को तैनात किया गया था। इधर, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि भौगोलिक परिस्थितियों और बीते वर्षों से धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के बीच वहां पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया।