टिहरी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत विकासखण्ड चम्बा के ग्राम चोपड़ियालगांव का निरीक्षण किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के द्वारा तैयार किये गये खाद्य उत्पादों एवं सेब उद्यानों का निरीक्षण कर ग्रामीणों की जन समस्याओं को सुना गया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
शनिवार को जिलाधिकारी द्वारा रामकृष्ण डबराल की हिमालय नेचुरल फूड प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग यूनिट, ग्रामीण बचत केन्द्र, रमेश डबराल एवं खुशीराम के पॉलीहाउस एवं सेब उद्यान, सरस्वती शिशु मंदिर, पंचायत भवन, जन सेवा केन्द्र, भवान सिंह पुण्डीर के सोलर पॉवर प्लांट आदि का निरीक्षण किया गया। साथ ही प्रधान चोपड़ियाल गांव के कार्यालय में लोगों की जन समस्याआंे सुना। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि 01 जनवरी, 2024 को गांव विशेष सफाई अभियान चलाकर सभी की सहभागिता से साफ-सफाई की जाय।
जिलाधिकारी ने चोपड़ियाल गांव पहुंचकर प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेस (पीएमएफएमइ) योजना के लाभार्थी रामकृष्ण डबराल के हिमालय नेचुरल फूड प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग यूनिट के निरीक्षण के दौरान यूनिट में तैयार किये जा रहे खाद्य पदार्थों को देखा तथा उसकी लागत, उत्पादन, मैनपॉवर, मार्केटिंग आदि के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने कहा कि आज देश-विदेश में लोकल एवं जैविक उत्पादों की बहुत मांग है, यूनिट में तैयार किये जा रहे खाद्य पदार्थों में उनकी स्वाभाविकता बनी रहे और पैकेजिंग पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है।
वहीं जिलाधिकारी द्वारा चूनापानी तोक में रमेश डबराल एवं खुशीराम के पॉलीहाउस एवं सेब फार्म को देखा गया। इस दौरान काश्तकारों की मांग पर जिलाधिकारी ने क्षेत्र में मृदा परीक्षण करवाने, काश्तकारों की ट्रेनिंग करवाने, कीवी स्ट्रक्चर एवं ड्रिप हेतु प्लान करने, काश्तकारों की खेती-बाड़ी को जंगली जनवरों से बचाने के लिए फेंसिंग करवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये। इसके साथ ही मुख्य कृषि अधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी को जिला योजना वर्ष 2024-25 में फेंसिंग हेतु धनराशि को बढ़ाते हुए प्रस्तावित करने तथा होमस्टे को बढ़ावा देने, हर न्याय पंचायत में दो-दो खराब पानी की टैंकियों को चिन्ह्ति कर उन्हें चालू करवाने के निर्देश दिये गये। प्रधान कार्यालय में जिलाधिकारी ने गांव में इंटर कॉलेज, राशन दुकान, आंगनवाड़ी केन्द्र, पोस्ट ऑफिस, मिनी बैंक, कूड़ा कलेक्शन आदि की जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने कूड़ा निस्तारण को लेकर प्रधान को खुली बैठक कर प्रस्ताव रखने तथा हॉटल/रिजार्ट को नोटिस/टैक्स लगाने को कहा। इसके साथ ही सरस्वती शिशु मंदिर के समीप बने भवन एवं पंचायत भवन को लेकर डीपीआरओ को समस्त जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र अभिषेक डबराल (शारीरिक दुर्बल) पुत्र यशपाल डबराल के बारे में जानकारी हांसिल कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
इस दौरान लाभार्थी रामकृष्ण डबराल ने बताया कि कृषि एवं उद्यान विभाग के सहयोग से उनकी दो यूनिट में लोकल एवं जैविक उत्पादों से निर्मित खाद्य पदार्थों की प्रोसेसिंग एवं मार्केटिंग की जा रही है। यूनिट में आंवला, मिर्च, गाजर, नीबूं, लहसून, अंजीर, माल्टा, सेब आदि का आचार, जूस, जैम आदि पदार्थ तैयार किये जा रहे हैं तथा 6 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा गया है। मार्केटिंग की कोई दिक्कत नहीं है तथा यूनिट को बढ़ाने हेतु जगह चिन्ह्ति की जा रही है। इस मौके पर काश्तकारों ने माल ढुलान में अधिक धनराशि खर्च होने के चलते एक रोपवे बनवाने, कुवां-चून्नीपाणी-चुलयाणा तक के पैदल मार्ग को ठीक करवाने की मांग की गई।
निरीक्षण के दौरान सीडीओ मनीष कुमार, सीएओ अभिलाषा भट्ट, डीएचओ आर.एस. वर्मा, डीपीआरओ एम.एम. खान, अधिशासी अभियन्ता जल निगम के.एन. सेमवाल, प्रधान सीमा डबराल, तहसीलदार राजकुमार शर्मा सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी, लाभार्थी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।