विकासनगर। उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में तपती धूप में टीन सेड के नीचे अपनी बारी का इंतजार कर रही गर्भवती बहनें एवं अन्य मरीजों की परेशानियां तथा चिकित्सकों पर पड़ रहे अत्याधिक बोझ को देखते हुए जन संघर्ष मोर्चा पदाधिकारीयों ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में अस्पताल का हाल जाना द्यअस्पताल का हाल देखकर मालूम पड़ता है कि सरकार को मरीजों एवं चिकित्सकों की सुख सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है।
क्षेत्र का अकेला उपजिला चिकित्सालय पूरे विकास नगर क्षेत्र,जौनसार, उत्तरकाशी जनपद के कुछ हिस्सों एवं उत्तराखंड की सीमा से लगे हिमाचल के कुछ गांव इस अस्पताल पर ही निर्भर हैं, जिस कारण रोजाना 500-600 ओपीडी के मरीज एवं पुराने मरीजों का चेकअप करना मरीजों एवं चिकित्सकों दोनों पर भारी पड़ रहा है। हैरानी की बात यह है कि एक दिन में लगभग 100-125 मरीजों का अल्ट्रासाउंड करना चिकित्सा के लिए बहुत टेढ़ी खीर है तथा इसके साथ-साथ प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को भी लगभग 100-125 गर्भवती महिलाओं को देखना होता है तथा इसी प्रकार अन्य चिकित्सकों की भी यही हालत है, जोकि किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। मोर्चा इस दुर्दशा को लेकर शीघ्र ही शासन में दस्तक देगा मोर्चा पदाधिकारियों में प्रवीण शर्मा प्रमोद शर्मा मौजूद थे।