देहरादून। मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी रविंद्र सिंह आनंद ने कल से गैरसैण भराड़ीसैंण में शुरू होने जा रहे तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन सत्र पर सवाल खड़े किए हैं उन्होंने कहा की गैरसेंण भराड़ीसेंण में सरकार ग्रीष्मकालीन सत्र का महज दिखावा कर रही है और उसे गैरसेंण और पहाड़ की भावनाओं से कुछ लेने देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सरकार एवं विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा गैरसेंण भराड़ीसेंण सत्र की पूरी तैयारी देहरादून के ए सी कमरों में बैठकर की गई उससे तो यह साबित होता है की सरकार गैरसेंण में सत्र कराकर महज दिखावा और खानापूर्ति ही कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पिछले दिनों उनके द्वारा गैरसेंण भराड़ीसेंण में सत्र न कराई जाने के पक्ष में विधायकों के नाम उजागर किए गए थे, उससे इन नेताओं की पोल खुल गई है अब जनता यह समझने लगी है कि यह नेता उत्तराखंड विरोधी है और सरकार भी महज खानापूर्ति करते हुए गैरसेंण भरारीसेंण में ग्रीष्मकालीन सत्र का आयोजन करने जा रही है जिसका हासिल महज सिफर ही होगा ।
उन्होंने कहा कि आज जब उत्तराखंड के शहीदों की आत्मा उत्तराखंड के नेताओं, विधायकों और सरकार के ऐसे कृतियों को देखती होंगी तो उनकी आत्माएं बहुत दुखी होती होगी उन्होंने कहा कि जिन विधायकों को गैरसेंण चढ़ने से ठंड लग रही थी अब वह विधायक मुंह छुपा कर गैरसेंण जाने को तैयार हैं उन्होंने कहा मौजूदा सरकार उत्तराखंड की जन भावनाओं से कोई सरोकार नहीं रखती है और उसे महज सैर सपाटे के लिए ही गैरसेंण में यह आयोजन रखा है क्योंकि यदि सरकार चाहे तो गैरसेंण में सभी सत्र के आयोजन करवा सकती है लेकिन सरकार और उसके विधायक, मंत्री उत्तराखंड विरोधी हैं और वह उत्तराखंड की जन भावनाओं की कद्र करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा वे इसके विरुद्ध आवाज उठाते रहेंगे एवं जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी करेंगे।