गोपेश्वर। पर्यटन विभाग के माध्यम से संचालित होम स्टे योजना पहाड के दूरस्थ गांव में रोजगार का मुख्य साधन बनते जा रही है। ग्रामीण होम स्टे युवा बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार के रूप में वरदान साबित हो रहा है। गुरुवार को देवाल विकास खंड के दूरस्थ गांव वाण में होम स्टे के तहत तैयार हुए बिष्ट होम स्टे का उद्घाटन करते हुए पर्यटन अधिकारी सोवन सिंह राणा ने कहा कि होम स्टे योजना धीरे-धीरे परवान चढ़ती जा रही है। इस योजना से बने होम स्टे ग्रामीणों के लिए स्वरोजगार का जरिया बनने लगा है। ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। ग्रामीणों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। योजना के तहत लाभार्थियों को 50 प्रतिशत अनुदान पर ऋण दिया जा रहा है। इस मौके पर महिलाओं ने पारम्परिक परिधान मे लोकनृत्य कर अतिथियों का स्वागत सत्कार किया। होम स्टे संचालन हीरा गढ़वाली ने कहा की होम स्टे योजना से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। घर बैठे रोजगार मिल रहा है। होम स्टे में ठहरने वाले पर्यटकों को घर में आए अतिथियों की तरह रख कर पहाड़ी भोजन परोसा जाता है। उन्होंने वाण गांव को पर्यटन गांव घोषित करने, मोनाल टाप को ट्रक आफ द ईयर बनाने, रणकधार से वेदनी रोपवे के निमार्ण, माउटिनेटिग एवं टेकिंग संस्थान खोलने, प्रत्येक परिवार को होम स्टे योजना से जोड़ने की मांग उठाई है।